पानी पिने के तरीके / way of having water
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पानी पिने के तरीके |
पानी पिने के तरीके:पानी हमारे शरीर के लिए अमृत मन गया है, खाये बिना रह सकते है पर पानी पिए बिना नहीं रह सकते, यह सबमे से एक इंसान को दिया गया ईश्वर के द्धारा अनमोल उपहार है, जी दोस्तों पानी की एक-एक बूंद हमारे शरीर के उतनी ही आवश्यक है, जितनी एक आत्मा को शरीर की।
- यदि इंसान पानी का use शरीर के आवश्यकतानुसार करता है, तो वह सभी रोगो से दूर रहता है, और शरीर हमेशा active रहता है, दोस्तों इंसान के शरीर मे करीब 70% पानी की मात्रा होती है, यदि इंसान हर रोज 2.50 से 3.50 लीटर पानी पिता है तो उसे किसी भी प्रकार की skin problem, गैस समस्या, आँखों मे परेशानी, जोड़ो में दर्द, hair problem, अपचन जैसी समस्याओ से मुक्ति मिलती है।
- पानी हमारे शरीर की हर आवश्यकताओं की पूर्ति करता है, पर आजकल देखा गया है कि ज्यादातर जगहो पर फ्लोराइड पानी, पिने खाना बनाने और सभी प्रकार कि पानी से संबंधित आवश्यकतानो के लिये use किया जा रहा है जिससे कि उन लोगो मे skin problem जैसी किल मुँहासे, खुजली, चटा-चुटी लगना, skin फटना, बाल गिरना, रूखी होना और शरीर पर जगह-जगह धब्बे हो जैसी गम्भीर समस्याए हो रही है।
- बहुत से लोग आजकल घरो में R.O का use पानी मीठा करने में कर रहे है, पर पानी R.O होने के बाद पानी के सभी आवश्यक पदार्थ बाहर निकल जाते है, तो वह पानी कुछ लोगो को बिल्कुल भी सूट नही करता और उनमे गैस ओर कमजोरी जैसी समस्याए देखने को मिलती है।
पानी पिने के तरीके: पानी कैसे पिए / how to have water
पानी पिने के तरीके-मिट्टी के घड़े या ताँबे के बर्तन का ही पानी पिये, क्योंकि इनके उपलब्ध प्रदार्थ पानी की गुणवत्ता को बढ़ाते है।
- पानी बैठकर मुँह के गिलास लगाकर 3-4 साँस में पिये, इससे पेट के अंदर बिल्कुल भी दबाब नहीं बनता।
- रोज दिन में 2.5 से 3 लीटर पानी यानि 7-8 गिलास पानी पिये।
- पानी को मुँह में डालकर इधर-उधर हिलाकर पिए, क्योंकि हमारे मुँह में मौजूद लार हमारे पांचन तंत्र को मजबूत बनाती है।
- पानी हल्का गर्म ही पिए, क्योंकि हमारे पेट को खाना पंचाने के लिए उच्च तापमान की आवश्यकता होती है, तो खाना अच्छे से पच जाता है।
पानी पिने के तरीके- पानी खाना खाने के 40 मिनिट पहले या खाने के 40 मिनिट बाद पीना चाहिए, इससे आपकी पांचन क्रिया पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है।
- पानी तभी ही पिये जब आपको प्यास लगी हो, या आपका मूत्र पीला आना शुरू हो गया हो।
- पानी खड़े होकर ऊँचा मुँह करके बिल्कुल भी नहीं पीना चाहिए, क्योंकि वातावरण में मौजूद हानिकारक प्रदार्थ पानी के साथ जाकर पेट में दबाब बनाते है।
- सुबह उठने के तुरन्त बाद बिना कुल करे एक गिलास पानी पीना चाहिए, तांकि हमारे मुँह में लार से बने जो प्रदार्थ बनते है, वो हमारे पांचन क्रिया को मजबूत बनाते है।
- पानी खाना खाते समय एक-दो घुटक ही ले ज्यादा न ले, जिससे खाना हमारे आँतो तक आसानी से पहुँच जाता है।
- दिन में दो बर पानी पिने के बीच 45 मिनिट का अंतराल होना चाहिए, जिससे हमारे किडनी को आराम मिल सके और अच्छे से काम कर सके।
- फ्रीज का ठंडा पानी बिल्कुल भी नहीं पिये क्योंकि फ्रीज का ठंडा पानी शरीर के तापमान को ठंडा कर देता है और खाना पचने में बहुत मुश्किल होती है।
- पसीने के अंदर भी पानी नहीं पिये, उससे आटा पड़ सकता हे और कई तरह की और भी बीमारिया है।
- चाय, दूध व काँफी पिने के तुरंत बाद भी पानी नहीं पिये, इससे आपके दाँतो में सीस लगना और मसूड़ों की समस्या हो सकती है।
- फल खाने के तुरंत बाद भी पानी नहीं पिये और रात को सोते समय भी ज्यादा पानी नहीं पिये क्योंकि रात के समय हमारा शरीर active नहीं रहता और पानी हमारे शरीर में फ़िल्टर हुए बिना ही किडनी में फ़िल्टर होने के लिए पहुँच जाता है, और फिर रात को बार-बार toilet जाने कि समस्या भी हो सकती है।
- यदि आपका पेशाब पानी कि तरह सफेद आ रहा है तो पानी नहीं पिये। ताकि हमारे किडनी को आराम मिल सके।
पानी पिने के तरीके: पानी कब पिये / when to have the water
पानी पिने के तरीके- पानी खाना खाने के 40 मिनिट पहले या खाने के 40 मिनिट बाद पीना चाहिए, इससे आपकी पांचन क्रिया पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है।
- पानी तभी ही पिये जब आपको प्यास लगी हो, या आपका मूत्र पीला आना शुरू हो गया हो।
- पानी खड़े होकर ऊँचा मुँह करके बिल्कुल भी नहीं पीना चाहिए, क्योंकि वातावरण में मौजूद हानिकारक प्रदार्थ पानी के साथ जाकर पेट में दबाब बनाते है।
- सुबह उठने के तुरन्त बाद बिना कुल करे एक गिलास पानी पीना चाहिए, तांकि हमारे मुँह में लार से बने जो प्रदार्थ बनते है, वो हमारे पांचन क्रिया को मजबूत बनाते है।
- पानी खाना खाते समय एक-दो घुटक ही ले ज्यादा न ले, जिससे खाना हमारे आँतो तक आसानी से पहुँच जाता है।
- दिन में दो बर पानी पिने के बीच 45 मिनिट का अंतराल होना चाहिए, जिससे हमारे किडनी को आराम मिल सके और अच्छे से काम कर सके।
पानी पिने के तरीके पानी कब नहीं पिये/ when do not have the water
पानी पिने के तरीके- पानी खाना खाने के तुरंत बाद व तुरंत पहले नहीं पिये, क्योंकि हमारे शरीर को खाना पचाने के लिए तापमान कि आवश्यकता होती है और यदि हम इसके तुरंत बाद व पहले पीते है, तो खाने के साथ पानी मिल जाता है तो अच्छे से temperature नहीं मिल पाता है।
- फ्रीज का ठंडा पानी बिल्कुल भी नहीं पिये क्योंकि फ्रीज का ठंडा पानी शरीर के तापमान को ठंडा कर देता है और खाना पचने में बहुत मुश्किल होती है।
- पसीने के अंदर भी पानी नहीं पिये, उससे आटा पड़ सकता हे और कई तरह की और भी बीमारिया है।
- चाय, दूध व काँफी पिने के तुरंत बाद भी पानी नहीं पिये, इससे आपके दाँतो में सीस लगना और मसूड़ों की समस्या हो सकती है।
- फल खाने के तुरंत बाद भी पानी नहीं पिये और रात को सोते समय भी ज्यादा पानी नहीं पिये क्योंकि रात के समय हमारा शरीर active नहीं रहता और पानी हमारे शरीर में फ़िल्टर हुए बिना ही किडनी में फ़िल्टर होने के लिए पहुँच जाता है, और फिर रात को बार-बार toilet जाने कि समस्या भी हो सकती है।
- यदि आपका पेशाब पानी कि तरह सफेद आ रहा है तो पानी नहीं पिये। ताकि हमारे किडनी को आराम मिल सके।
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